UP Cabinet: आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश की मंत्रिमंडल में फेर-बदल के आसार नजर आ रहे हैं, बताया जा रहा है की सरकार में तीन से चार नए मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। मंत्रिमंडल के विस्तार को मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक 3 दिसंबर को इन राज्यों के चुनाव नतीजे आने वाले हैं, ऐसे में पार्टी संगठन ये देखना चाहती है की पार्टी की क्या स्थिति होती है। इस आधार पर भी यूपी कैबिनेट में बदलाव होने की संभावना है।

बताया जा रहा है की जो नए मंत्री कैबिनेट में शामिल किए जाने वाले हैं, उन्हें जातीय समीकरण के आधार पर भी चुना जा सकता है। मुमकिन है की सरकार में शामिल होने वाली सभी मंत्री पिछड़ी जाती से हों, हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है की नए मंत्रियों का चयन किस आधार पर किया जाएगा। राजनितिक विशेषज्ञ बताते हैं की नए मंत्रियों को लेकर चाहे जो भी हो, लेकिन एक बात तो तय है की मौजूदा मंत्रियों के विभागों में उनके काम के अनुसार बदलाव किया जा सकता है। कुछ मंत्रियों के विभाग खुद मुख्यमंत्री अपने पास रख सकते हैं।

सिर्फ मंत्रिमंडल में ही नहीं उत्तर प्रदेश के भाजपा संगठन में भी कुछ बदलाव हो सकते हैं, ऐसा माना जा रहा है की जो भी लोग सरकार और संगठन दोनों में हैं उन्हें किसी एक से हटाया जा सकता है, उनके स्थान पर नए लोगों को शामिल करने की बात सामने आ रही है। यहां भी जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर फैसले लिए जा सकते हैं।

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कौन बन सकता है मंत्री

योगी सरकार के मंत्रिमंडल में जो दो बड़े नाम शामिल हो सकते हैं, उनमें सुभासपा के मुखिया ओमप्रकाश राजभर और समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए दारा सिंह चौहान का नाम प्रमुख तौर पर सामने आ रहा है। इन दोनों लोगों को काफी समय से मंत्रीमंडल में शामिल करने की ख़बरें चल रही हैं और इस बार ये तय भी माना जा रहा है।

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