Gorakhpur news: बिजली निगम को चपत लगाने की एक बड़ी घटना गोरखपुर से आ रही हैं, जहां के करीब 11 हजार उपभोगता हर महीने लाखों का चुना शहर के बिजली निगम को लगा रहे थे। इस मामले में कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत भी सामने आ रही है, जिसके लिए जांच के आदेश दिए गए हैं।

जानकारी के मुताबिक शहर के करीब 11 हजार लोगों ने लाइनमैन की बातों में आकर कम लोड पर बिजली कनेक्शन ले लिया था, जिसकी वजह से उनका बिल भी कम आता था, यहां तक की कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनका बिल बनता भी नहीं था।

कारपोरेशन ने इन उपभोगताओं के जुलाई में रही 30.63 मेगावाट की खपत को ध्यान में रखते हुए अक्तूबर में बढाकर 56.79 मेगावाट कर दिया था। जब नया बिल सभी के घर पहुंचा तो अहसाह हुआ की उनहोंने गलती कर दी और नवंबर में खपत में भारी कमी आई है।

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बिजली चोरी और गलत लोड को सही करने के लिए प्रशासन की ओर से स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, ये स्मार्ट मीटर खपत के हिसाब से लोड तय कर लेते हैं और इसकी जानकारी निगम तक भी पहुंच जाती है। फिर अगले महीने से नए लोड के मुताबिक ही बिल जेनरेट होता है।

अगर आपके घर, दुकान में बिजली का बिल अधिक या गलत आ रहा है, तो इसकी शिकायत तुरंत करें। पहले के समय में टो करने की समस्या आती थी, जहां लोग बीच में से ही तार जोड़कर बिजली जलाते थे, इससे उबरने के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के सभी तार बदल दिए गए हैं।

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आशीष राज Purvanchal Live के फॉउन्डिंग मेंबर और डायरेक्टर है, ये पिछले 7 सालों से पत्रकारिता के छेत्र में कार्यरत हैं। मूलरूप से गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के रहने वाले आशीष इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ डिजिटल...