भारतीय संस्कृति में ईश्वर को पूजने के लिए भी कहीं नियम बनाये गए है, ऐसे में अगर हम बात करें हनुमानजी की तो वैसे तो उनकी पूजा कभी भी सुबह अथवा शाम के समय की जा सकती है, पर कई शास्त्र ग्रन्थों में ऐसा वर्णित है की हनुमान जी की पूजा दिन में नहीं करनी करनी चाहिए, इस बात से जुडी कई किवंदतिया प्रचलित है पर कहते है की उनके जीवन में दोपहर के समय कुछ घटित हुआ था जो कि उनकी पूजा के लिए शुभ नहीं माना जाता है।

इसके अलावा, हनुमानजी की पूजा करने से पहले उनके नाम से जप भी कर सकते हैं। हनुमान चालीसा और हनुमान अष्टकम जैसी पौराणिक पाठ करना भी बहुत फलदायक होता है। इस तरह करें हनुमान जी का पूजन:

हनुमानजी का नाम प्रतिदिन लेना बहुत शुभ माना जाता है क्योंकि उन्हें कष्टभंजन भी कहते है लेकिन उनका नाम लेने के लिए उनकी पूजा विधि का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। लेकिन हनुमान जी का पूजन करने से पूर्व हमें इन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए:

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इन बातों का रखे खास ध्यान:-

हमें प्रातः काल स्नान करके पवित्र होना चाहिए और पवित्र भाव से उनका नाम लें, ताकि हम उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकें। आप सुबह प्रातःकाल ही हनुमानजी का नाम लेने से उनसे सम्बंधित सभी प्रकार के दोष दूर होते हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है। प्रातःकाल स्नान करने से आप पवित्र होते हैं और उनका नाम लेने से आप उनसे अधिक सम्बंध बनाते हैं।

हनुमानजी भक्ति, वीरता और ज्ञान का प्रतीक हैं जिन्हें समस्त देवताओं में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। आप हर दिन स्नान करते हुए हनुमानजी का नाम ले सकते हैं और उनसे समस्त संकटों से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।
हनुमानजी की पूजा के बारे में यह मान्यता है कि दोपहर के समय पूजा की जाने से पूजा का फल नहीं मिलता है। यह मान्यता उन लोगों द्वारा मानी जाती है जो हनुमानजी की पूजा करते हैं।

दोपहर के समय हनुमानजी जी पूजा करना सही या गलत?

दोपहर के समय हनुमानजी की पूजा करने के बारे में पूर्ण जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, हाल के समय में इस बारे में कुछ विवाद भी हुआ है कि क्या दोपहर के समय हनुमानजी की पूजा की जा सकती है या नहीं। इससे पहले, हनुमानजी की पूजा के समय विभिन्न आध्यात्मिक ग्रंथों में विस्तृत जानकारी उपलब्ध है, जो पूजा के संबंध में विभिन्न नियमों और मान्यताओं को स्पष्ट करते हैं। अतः, यह शुद्ध रूप से आपकी श्रद्धा और विश्वास पर निर्भर करता है कि आप किस समय हनुमानजी की पूजा करना चाहते हैं। इसलिए आपको अपनी श्रद्धा के अनुसार ही इस बारे में निर्णय लेना चाहिए।

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मीडिया के क्षेत्र में 2 साल का अनुभव है। समाचार नगरी से करियर की शुरुआत करते हुए बतौर फैक्टचेकर और कंटेंट राइटर के रूप में काम किया, जहां इन्हें 18 महीनों का अनुभव मिला। इसके बाद अलग-अलग पोर्टल पर...