Gorakhpur News: अक्सर ही अजीब-अजीब घटनाएं सुनने को मिल जाती हैं, इनमें से कुछ सबके दिमाग में घर कर जाती हैं। ऐसी ही एक घटना गोरखपुर से आ रही है, जहां के एक प्रसिद्ध कथावाचक के ड्राइवर को अंतर्मन से ऐसी आवाज आई की उसे देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न मिलना चाहिए।

विनोद नाम के ड्राइवर ने अपनी अंतर्मन की आवाज को आगे बढ़ाते हुए एक पत्र कमिश्नर कार्यालय में दिया, इसके बाद से मामला आगे बढ़ते चला गया। पिछले दिनों जब ये पात्र लेखपाल के पास पहुंचा तो चर्चा में आया।

पिपराइच विधानसभा इलाके के महराजा उत्तर टोला ग्राम के निवासी विनोद कुमार ने कमिश्नर को दिए पत्र में बताया है कि वह एक कथावाचक का ड्राइवर है। संध्या वंदन के दौरान उसके अंर्तमन से ये आवाज उठी कि उसे देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा जाना चाहिए।

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30 सितंबर कमिश्नर कार्यालय में इसी से जुड़ा पत्र दिया, जिसके बाद इसे 11 अक्तूबर को अपर आयुक्त न्यायिक को भेज दिया गया था। ऐसे ही आगे बढ़ते-बढ़ते ये लेखपाल के पास पहुंचा और अब ये सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।

आपको बता दें की कथावाचक का ड्राइवर बनने से पहले विनोद ई-रिक्शा चलाता था और इसी से अपने परिवार का गुजर-बसर करता था। इसी बीच जुलाई में विनोद का ई-रिक्शा चोरी हो गया और उसके बाद वो अपने परिवार का खर्च चलाने के लिए ड्राइवर बन गया।

कुछ दिन बाद साधना में मन लगने के बाद उसे अंतर्मन से आवाज आई की, वो जो कर रहा है उसके लिए भारत रत्न मिलना चाहिए।इस घटना के आने के बाद से कुछ लोगों का कहना है की विनोद की मानसिक स्थिति का पता लगाना जरुरी है। मुमकिन है की वो ये अपने होस में न होकर कर रहा हो।

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आशीष राज Purvanchal Live के फॉउन्डिंग मेंबर और डायरेक्टर है, ये पिछले 7 सालों से पत्रकारिता के छेत्र में कार्यरत हैं। मूलरूप से गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के रहने वाले आशीष इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ डिजिटल...