पिछले कुछ दिनों में उत्तर भारत के लोगों ने भूकंप के कई झटके खाए हैं, ऐसे में ये कहा जा सकता है की दुनिया का कोई भी हिस्सा इस प्राकृतिक आपदा से सुरक्षित नहीं है। इसी से जुडी एक बड़ी खबर आ रही है, जिसके मुताबिक देश के भूवैज्ञानिकों ने भूकंप से जुड़े स्केल को फिर से चेक करने का सुझाव दिया है। उन्हें ऐसी असंका है की भूकंप का केंद्र भारत के मैदानी इलाकों की ओर शिफ्ट हो रहा है, जोकि आने वाले समय के लिए खतरे की घंटी है।
आपको बता दें की पिछले दस दिन में तीन छोटे और दो बड़े भूकंप के झटके आए हैं, इनका केंद्र नेपाल रहा है। माना जा रहा है की धीरे-धीरे भूकंप का केंद्र बदल रहा है, जिसे लेकर रिसर्च की जरुरत है। भूवैज्ञानिकों का कहना है की इस बदलाव से आने वाले समय में बड़े झटके भी आ सकते हैं, जिसे लेकर अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
बताया जा रहा है की अभी भूकंप की भविष्यवाणी को लेकर कोई तकनीक विकसित नहीं हुई है, लेकिन इसके आने पर अलर्ट देने वाला सिस्टम एक्टिव है और इसकी वजह से छोटी-मोटी हरकतें भी सामने आ जाती हैं। प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए एक ठोस सिस्टम तैयार होने चाहिए, ताकि बड़े नुकसान से बचा जा सके।
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भूकंप आने की सबसे बड़ी वजह है टेक्टोनिक प्लेट्स का आपस में टकराना। जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं, तब घर्षण उत्पन्न होता है और इसी वजह से धरती हिलने लगती है। भूकंप आने पर सबसे पहले खुद एक खाली स्थान पर चले जाएं और हो सके तो आस-पास के लोगों की मदद भी करें।
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